Kisne Bheege Hue Baalon Se Ye Jhatka Paani.
किसने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी,
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी ।
कोई मतवाली घटा पी के जवानी की उमंग,
जी बहा ले गया बरसात का पहला पानी ।
टिक-टिकि बाँधे वो फिरते हैं मैं इस फ़िक्र में हूँ,
कहीं खाने लगे चक्कर ना ये गहरा पानी ।
बात करने में वो उन आँखों से अमृत टपका,
‘आरज़ू’ देखते ही मुँह में भर आया पानी ।
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी ।
कोई मतवाली घटा पी के जवानी की उमंग,
जी बहा ले गया बरसात का पहला पानी ।
टिक-टिकि बाँधे वो फिरते हैं मैं इस फ़िक्र में हूँ,
कहीं खाने लगे चक्कर ना ये गहरा पानी ।
बात करने में वो उन आँखों से अमृत टपका,
‘आरज़ू’ देखते ही मुँह में भर आया पानी ।
- Jagjit Singh.
- Aarzoo Lukhnowi.