Kaun Aaya Raaste Aaeeina Khane Ho Gaye Raat Roshan Ho Gayi.
कौन आया रास्ते आईना ख़ाने हो गए,
रात रोशन हो गई दिन भी सुहाने हो गए ।
ये भी मुमकिन है कि मैंने उसको पहचाना ना हो,
अब उसे देखे हुए कितने ज़माने हो गए ।
जाओ उन कमरों के आईने उठाकर फ़ेंक दो,
वे अदब ही कह रहे हैं हम पुराने हो गए ।
मेरी पलको पर ये आँसू प्यार की तौहीन है,
उसकी आँखों से घिरे मोती के दाने हो गए ।
रात रोशन हो गई दिन भी सुहाने हो गए ।
ये भी मुमकिन है कि मैंने उसको पहचाना ना हो,
अब उसे देखे हुए कितने ज़माने हो गए ।
जाओ उन कमरों के आईने उठाकर फ़ेंक दो,
वे अदब ही कह रहे हैं हम पुराने हो गए ।
मेरी पलको पर ये आँसू प्यार की तौहीन है,
उसकी आँखों से घिरे मोती के दाने हो गए ।
- Jagjit Singh.
- Bashir Badr.