Hijaab-E-Fitna Parwar Ab Utha Leti To Acha Tha.

हिज़ाब-ए-फ़ितना परवर अब उठा लेती तो अच्छा था,
ख़ुद अपने हुस्न को परदा बना लेती तो अच्छा था ।

तेरी नीची नज़र ख़ुद तेरी इस्मत की मुहाफ़िज़ है,
तू इस नश्तर की तेजी आज़मा लेती तो अच्छा था ।

तेरे माथे का टीका मर्द की किस्मत का तारा है,
अगर तू साज़े-बेदारी उठा लेती तो अच्छा था ।

तेरे माथे पे ये आँचल बहुत ही खूब है लेकिन,
तू इस आँचल से एक परचम बना लेती तो अच्छा था ।
  • Jagjit Singh.
  • Majaz Lucknawi.