Tum Hamare Nahin To Kya Gham Hai Hum Tumhare To Hain.
तुम हमारे नहीं तो क्या ग़म है,
हम तुम्हारे तो हैं ये क्या कम है ।
हुस्न की शोख़ियाँ ज़रा देखो,
गाहे शोला है गाहे शबनम है ।
मुस्कुरा दो ज़रा ख़ुदा के लिये,
शम्म-ए-महफ़िल में रोशनी कम है ।
बन गया है ये ज़िन्दगी अब तो,
तुझसे बढ़कर हमें तेरा ग़म है ।
हम तुम्हारे तो हैं ये क्या कम है ।
हुस्न की शोख़ियाँ ज़रा देखो,
गाहे शोला है गाहे शबनम है ।
मुस्कुरा दो ज़रा ख़ुदा के लिये,
शम्म-ए-महफ़िल में रोशनी कम है ।
बन गया है ये ज़िन्दगी अब तो,
तुझसे बढ़कर हमें तेरा ग़म है ।
- Kunwar Mahendra Singh Bedi 'Sahar'.
- Jagjit Singh.