Teri Berukhi Teri Mehrbani Yahi Maut Hai Aur Yahi Zindgani.
तेरी बेरूख़ी और तेरी मेहरबानी,
यही मौत है और यही ज़िन्दगानी ।
वही एक फ़साना वही एक कहानी,
जवानी, जवानी, जवानी, जवानी ।
लबों पर तब्बसुम तो आँखों में पानी,
यही है यही दिल जलो की निशानी ।
बताऊँ मैं क्या आँसूओं की हक़ीक़त,
जो समझो तो सबकुछ न समझो तो पानी ।
यही मौत है और यही ज़िन्दगानी ।
वही एक फ़साना वही एक कहानी,
जवानी, जवानी, जवानी, जवानी ।
लबों पर तब्बसुम तो आँखों में पानी,
यही है यही दिल जलो की निशानी ।
बताऊँ मैं क्या आँसूओं की हक़ीक़त,
जो समझो तो सबकुछ न समझो तो पानी ।
- Kunwar Mahendra Singh Bedi 'Sahar'.
- Jagjit Singh.