Phool Bhare Hain Daaman Daaman Lekin Veeran Gulshan Gulshan.
फूल भरें हैं दामन दामन,
लेकिन वीरान गुलशन गुलशन ।
अक़्ल की बातें करने वाले,
क्या समझेंगे दिल की धड़कन ।
कौन किसी के दुख का साथी,
अपने आँसू अपना दामन ।
तेरा दामन छोडूँ कैसे,
मेरी दुनिया तेरा दामन ।
लेकिन वीरान गुलशन गुलशन ।
अक़्ल की बातें करने वाले,
क्या समझेंगे दिल की धड़कन ।
कौन किसी के दुख का साथी,
अपने आँसू अपना दामन ।
तेरा दामन छोडूँ कैसे,
मेरी दुनिया तेरा दामन ।
- Kunwar Mahendra Singh Bedi 'Sahar'.
- Jagjit Singh.