Dukhi Man Mere Sun Mera Kehna Jahan Nahi Chaina.

दुःखी मन मेरे, सुन मेरा कहना,
जहाँ नहीं चैना, वहाँ नहीं रहना ।

दर्द हमारा कोई ना जाने,
अपनी गरज के सब हैं दीवाने,
किस के आगे रोना रोयें,
देश पराया लोग बेगाने ।

लाख यहाँ झोली फैला लें,
कुछ नहीं देंगे ये जग वाले,
पत्थर के दिल मोम ना होंगे,
चाहे जितना नीर बहा लें ।
  • Jagjit Singh.