Uski Baatein Bahar Kii Baatein Waadi-E-Laalazar Kii.
उसकी बातें बहार की बातें,
वादि-ए-लालज़ार की बातें ।
गुलो-शबनम का ज़िक्र कर ना अभी,
मुझको करनी है यार की बातें ।
शेख़जी मैक़दा है क़ाबा नहीं,
यहाँ तो होगी खुमार की बातें ।
इश्क़ का कारवाँ चला भी नहीं,
और अभी से गुबार की बातें ।
ये क़फ़स और तेरा ख़याले-हसीन,
उस पे हरसू बहार की बातें ।
- Saeed Rahi.
- Chitra - Jagjit Singh.