Jab Kisii Se Koi Gila Rakhna Samne Apne Aaienaa.

जब किसी से कोई गिला रखना,
सामने अपने आईना रखना ।

यूँ उजालों से वास्ता रखना,
शम्मा के पास ही हवा रखना ।

घर की तामिर चाहे जैसी हो,
इसमें रोने की कुछ जगह रखना ।

मिलना जुलना जहाँ ज़रूरी हो,
मिलने जुलने का हौसला रखना ।
  • Nida Fazli.
  • Jagjit Singh.