Kya Bhala Hai Kya Bura Hai Kuch Nahi.

अपना अपना रास्ता है कुछ नहीं,
क्या भला है क्या बुरा है कुछ नहीं ।

ज़ुस्तज़ू है एक मुसलसल ज़ुस्तज़ू,
क्या कहीं कुछ खो गया है कुछ नहीं ।

मोहर मेरे नाम की हर शै पे है,
मेरे घर में मेरा क्या है कुछ नहीं ।

कहने वाले अपनी अपनी कह गए,
मुझसे पूछ क्या सुना है कुछ नहीं ।

कोई दरवाज़े पे है तो क्या हुआ,
आप से कुछ मांगता है कुछ नहीं ।
  • Akhtar Nazmi.
  • Jagjit Singh.