Khamoshi Khud Apni Sada Ho Aisa Bhi Ho Sakta Hai.
ख़ामोशी ख़ुद अपनी सदा हो ऐसा भी हो सकता है,
सन्नाटा ही गुंज रहा हो ऐसा भी हो सकता है ।
मेरा माज़ी मुझसे बिछड़ कर क्या जाने किस हाल में है,
मेरी तरह वो भी तन्हा हो ऐसा भी हो सकता है ।
सहरा सहरा कब तक मैं ढूँढू उल्फ़त का इक आलम,
आलम आलम इक सहरा हो ऐसा भी हो सकता है ।
ऐहल-ए-तूफ़ान सोच रहे है साहिल डूबा जाता है,
ख़ुद उनका दिल डूब रहा हो ऐसा भी हो सकता है ।
सन्नाटा ही गुंज रहा हो ऐसा भी हो सकता है ।
मेरा माज़ी मुझसे बिछड़ कर क्या जाने किस हाल में है,
मेरी तरह वो भी तन्हा हो ऐसा भी हो सकता है ।
सहरा सहरा कब तक मैं ढूँढू उल्फ़त का इक आलम,
आलम आलम इक सहरा हो ऐसा भी हो सकता है ।
ऐहल-ए-तूफ़ान सोच रहे है साहिल डूबा जाता है,
ख़ुद उनका दिल डूब रहा हो ऐसा भी हो सकता है ।
- Zaka Siddiqi.
- Jagjit Singh.