Husnwalon Ka Ehtram Karo Kuch To Duniya Mein Nek Kaam Karo.
हुस्न वालो का एह्तराम करो,
कुछ तो दुनिया में नेक काम करो ।
शेख़ आये हैं बावज़ू होकर,
अब तो पीने का इन्तज़ाम करो ।
अभी बरसेंगे हर तरफ जलवे,
तुम निगाहों का एहतमाम करो ।
लोग ड़रने लगे गुनाहों से,
बारीश-ए-रहमत-ए-तमाम करो ।
कुछ तो दुनिया में नेक काम करो ।
शेख़ आये हैं बावज़ू होकर,
अब तो पीने का इन्तज़ाम करो ।
अभी बरसेंगे हर तरफ जलवे,
तुम निगाहों का एहतमाम करो ।
लोग ड़रने लगे गुनाहों से,
बारीश-ए-रहमत-ए-तमाम करो ।
- Kunwar Mahendra Singh Bedi 'Sahar'.
- Jagjit Singh.