Tujhe Dhoondta Tha Main Charsoo Teri Shaan Mein.
तुझे ढूँढता था मैं चारसूं, तेरी शान जल्लेजलाल हूँ,
तू मिला क़रीब-ए-रग-ए-गुलू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरी याद में है कली कली है, चमन चमन में हुबल्ल अली,
तू बसा है फूल में हू-ब-हू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरे हुक्म से जो हवा चली, तो चटक के बोली कली कली,
है क़रीम तू है रहीम तू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरा जलवा दोनो जहाँ में हैं, तेरा नूर कौम-ओ-मकान में हैं,
यहाँ तू ही तू वहाँ तू ही तू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तू मिला क़रीब-ए-रग-ए-गुलू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरी याद में है कली कली है, चमन चमन में हुबल्ल अली,
तू बसा है फूल में हू-ब-हू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरे हुक्म से जो हवा चली, तो चटक के बोली कली कली,
है क़रीम तू है रहीम तू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
तेरा जलवा दोनो जहाँ में हैं, तेरा नूर कौम-ओ-मकान में हैं,
यहाँ तू ही तू वहाँ तू ही तू, तेरी शान जल्ले जलाल हूँ ।
- Charag Hasan Hasrat.
- Jagjit Singh.