Ishq Mein Gairat-E-Jazbaat Ne Rone Na Diya.

इश्क में ग़ैरते-जज़्बात ने रोने ना दिया,
वरना क्या बात थी किस बात ने रोने ना दिया ।

यार को मैनें मुझे यार ने सोने ना दिया,
रात भर ताले-बेदार ने सोने ना दिया ।

आप कहते थे के रोने से ना बदलेंगे नसीब,
उम्र भर आपकी इस बात ने रोने ना दिया ।

एक शब बुलबुले-बेताब के जागे ना नसीब,
पहलू-ए-गुल में कभी ख़ार ने सोने ना दिया ।

उनसे मिलकर हमें रोना था बहुत रोना था,
तन्गी-ए-वक़्त-ए-मुलाक़ात ने रोने ना दिया ।

रात भर की दिले-बेताब ने बातें मुझसे,
रंजो-मेहनत के गिरफ़्तार ने सोने ना दिया ।

रोने वालों से कहो उनका भी रोना रो लें,
जिनको मजबूर-ए-हालात ने रोने ना दिया ।
  • Sudarshan Faakir.
  • Khwaja Haider Ali Aatish.
  • Chitra - Jagjit Singh.