Tum Nahin Gham Nahin Sharab Nahin Aisi Tanhaii Ka.

तुम नहीं ग़म नहीं शराब नहीं,
ऐसी तन्हाई का जवाब नहीं ।

गाहे-गाहे इसे पढ़ा कीजे,
दिल से बेहतर कोई किताब नहीं ।

जाने किस किस की मौत आयी है,
आज रुख़ पर कोई नक़ाब नहीं ।

वो करम उन्गलियों पे गिनते हैं,
ज़ुल्म का जिनके कुछ हिसाब नहीं ।

  • Saeed Rahi.
  • Jagjit Singh.