Deer Lagi Aane Mein Tumko Shukr Hai Phir Bhi Aaye To.

देर लगी आने में तुमको, शुक्र है फिर भी आए तो,
आस ने दिल का साथ ना छोड़ा, वैसे हम घबराए तो ।

शफ़क़, धनुक, मेहताब, घटायें, तारे, नग्मे, बिजली, फूल,
उस दामन में क्या क्या कुछ है, वो दामन हाथ में आए तो ।

झूठ है सब तारीख़ हमेशा, अपने को दोहराती है,
अच्छा मेरा ख़्वाब-ए-जवानी, थोड़ा सा दोहराए तो ।

सुनी सुनाई बात नहीं है, अपने ऊपर बीती है,
फूल निकलते हैं शोलों से, चाहत आग लगाए तो ।
  • Andleeb Shadani.
  • Jagjit Singh.