Safar Mein Dhoop To Hogi Jo Chal Sako To Chalo.
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो,
सभी हैं भीड़ में तुम भी, निकल सको तो चलो ।
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती है,
तुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलो ।
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता,
मुझे गिरा के अगर तुम सम्भल सको तो चलो ।
यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें,
इन्हीं खिलौनो से तुम भी बहल सको तो चलो ।
सभी हैं भीड़ में तुम भी, निकल सको तो चलो ।
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती है,
तुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलो ।
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता,
मुझे गिरा के अगर तुम सम्भल सको तो चलो ।
यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें,
इन्हीं खिलौनो से तुम भी बहल सको तो चलो ।
- Nida Fazli.
- Chitra Singh.