Badal Ki Tarah Jhoom Ke Lehra Ke Piyenge.
बादल की तरह झूम के लहराके पियेंगे,
साक़ी तेरे मैख़ाने पे हम छाके पियेंगे ।
उन मदभरी आँखों को भी शर्मा के पियेंगे,
पैमाने को पैमाने से टकराके पियेंगे ।
बादल भी है बादाह भी है मीना भी तुम भी,
इतराने का मौसम है अब इतराके पियेंगे ।
देखेंगे की आता है किधर से ग़म-ए-दुनिया,
साक़ी तुझे हम सामने बिठाके पियेंगे ।
उन मदभरी आँखों को भी शर्मा के पियेंगे,
पैमाने को पैमाने से टकराके पियेंगे ।
बादल भी है बादाह भी है मीना भी तुम भी,
इतराने का मौसम है अब इतराके पियेंगे ।
देखेंगे की आता है किधर से ग़म-ए-दुनिया,
साक़ी तुझे हम सामने बिठाके पियेंगे ।
- Nazir Banarasi.
- Jagjit Singh.