Ab Agar Aao To Jane Ke Liye Mat Aana Sirf Ehsaan Jatane Ke Liye Mat Aana. / अब अगर आओं तो जाने के लिये मत आना, सिर्फ़ एहसान जताने के लिये मत आना ।
अब अगर आओं तो जाने के लिये मत आना,
सिर्फ़ एहसान जताने के लिये मत आना ।
मैंने पलको पे तम्मनायें सजा रखी है,
दिल में उम्मीद की सौ शम्मायें जला रखी है,
ये हसीन शम्मायें बुझाने के लिये मत आना ।
प्यार की आग में जंज़ीरें पिघल सकती है,
चाहने वालो की तक़्दीरें बदल सकती है,
तुम हो बेबस ये बताने के लिये मत आना ।
अब तुम आना जो तुम्हें मुझसे मोहब्बत है कोई,
मुझसे मिलने कि अगर तुमको भी चाहत है कोई,
तुम कोई रस्म निभाने के लिये मत आना ।
सिर्फ़ एहसान जताने के लिये मत आना ।
मैंने पलको पे तम्मनायें सजा रखी है,
दिल में उम्मीद की सौ शम्मायें जला रखी है,
ये हसीन शम्मायें बुझाने के लिये मत आना ।
प्यार की आग में जंज़ीरें पिघल सकती है,
चाहने वालो की तक़्दीरें बदल सकती है,
तुम हो बेबस ये बताने के लिये मत आना ।
अब तुम आना जो तुम्हें मुझसे मोहब्बत है कोई,
मुझसे मिलने कि अगर तुमको भी चाहत है कोई,
तुम कोई रस्म निभाने के लिये मत आना ।
- Javed Akhtar.
- Jagjit Singh.