Aap Bhi Aaiye Humko Bhi Bulate Rahiye. / आप भी आईये हमको भी बुलाते रहिये,
आप भी आईये हमको भी बुलाते रहिये,
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये ।
ज़हर पी जाईये और बांटियें अमृत सबको,
ज़ख़्म भी खाईये और गीत भी गाते रहिये ।
वक़्त ने लुट ली लोगों कि तमन्नायें भी,
ख़्वाब जो देखिये औरों को दिखाते रहिये ।
शक़्ल तो आपके भी ज़हन में होगी कोई,
कभी बन जायेगी तस्वीर बनाते रहिये ।
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये ।
ज़हर पी जाईये और बांटियें अमृत सबको,
ज़ख़्म भी खाईये और गीत भी गाते रहिये ।
वक़्त ने लुट ली लोगों कि तमन्नायें भी,
ख़्वाब जो देखिये औरों को दिखाते रहिये ।
शक़्ल तो आपके भी ज़हन में होगी कोई,
कभी बन जायेगी तस्वीर बनाते रहिये ।
- Javed Akhtar.
- Jagjit Singh.