Aadmi Aadmi Ko Kya Dega Jo Bhi Dega Wahi Khuda Dega. / आदमी आदमी को क्या देगा, जो भी देगा वही ख़ुदा देगा ।
आदमी आदमी को क्या देगा,
जो भी देगा वही ख़ुदा देगा ।
मेरा क़ातिल ही मेरा मुंसिफ़ है,
क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा ।
ज़िन्दगी को क़रीब से देखो,
इसका चेहरा तुम्हें रूला देगा ।
हमसे पूछो ना दोस्ती का सिला,
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा,।
इश्क़ का ज़हर पी लिया ‘फ़ाकिर’,
अब मसीहा भी क्या दवा देगा ।
जो भी देगा वही ख़ुदा देगा ।
मेरा क़ातिल ही मेरा मुंसिफ़ है,
क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा ।
ज़िन्दगी को क़रीब से देखो,
इसका चेहरा तुम्हें रूला देगा ।
हमसे पूछो ना दोस्ती का सिला,
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा,।
इश्क़ का ज़हर पी लिया ‘फ़ाकिर’,
अब मसीहा भी क्या दवा देगा ।
- Sudarshan Faakir.
- Jagjit Singh.