Gum Sum Ye Jahan Hai Hum Dum Tu Kahan Hai. / गुमसुम ये जहाँ है, हमदम तू कहाँ है,

गुमसुम ये जहाँ है, हमदम तू कहाँ है,
ग़मज़दा हो गई ज़िन्दगी आ भी जा ।

रात बैठी है बाहें पसारे,
सिसकीयाँ ले रहे हैं सितारे,
कोई टूटा हुआ दिल पुकारे,
हमदम तू कहाँ है,
ग़मज़दा हो गई ज़िन्दगी आ भी जा ।

आज आने का वादा भुला कर,
ना उम्मीदी की आन्धी चलाकर,
आशियाना वफ़ा का जलाकर,
हमदम तु कहाँ है,
ग़मज़दा हो गई ज़िन्दगी आ भी जा ।
  • B.K.Puri.
  • Jagjit SIngh.