Wo Kaun Hai Duniya Mein Jise Gham Nahi Hota. / वो कौन है दुनिया में जिसे ग़म नहीं होता,
वो कौन है दुनिया में जिसे ग़म नहीं होता,
किस घर में खुशी होती है मातम नहीं होता ।
ऐसे भी हैं दुनिया में जिन्हें ग़म नहीं होता,
एक हम हैं हमारा कभी कम नहीं होता ।
क्या सुरमा भरी आँखों से आँसू नहीं गिरते,
क्या मेहन्दी लगे हाथों से मातम नहीं होता ।
कुछ और भी होती है बिगड़ने की अदाऐं,
पन्ने में सँवरने में आलम नहीं होता ।
किस घर में खुशी होती है मातम नहीं होता ।
ऐसे भी हैं दुनिया में जिन्हें ग़म नहीं होता,
एक हम हैं हमारा कभी कम नहीं होता ।
क्या सुरमा भरी आँखों से आँसू नहीं गिरते,
क्या मेहन्दी लगे हाथों से मातम नहीं होता ।
कुछ और भी होती है बिगड़ने की अदाऐं,
पन्ने में सँवरने में आलम नहीं होता ।
- Jagjit Singh.
- Raiz Khairabadi.