Hum Bhi Sharabi Tum Bhi Chalke Gulabi Chalke Gulabi. / हम भी शराबी तुम भी शराबी, छलके गुलाबी छलके गुलाबी,
हम भी शराबी तुम भी शराबी,
छलके गुलाबी छलके गुलाबी,
तक़दीर दिल की ख़ाना-ख़राबी ।
जब तक है जीना खुश हो के जी लें,
जब तक है पीना जी भर के पी लें,
हसरत ना कोई रह जाए बाकी ।
कल सुबह के दामन में,
तुम होंगे ना हम होंगे,
बस रेत के सीने पर कुछ नख़्श-ए-क़दम होंगे ।
बस रात भर के मेहमान हम हैं,
ज़ुल्फ़ों में शब के थोड़े से कम हैं,
बाक़ी रहेगा सागर ना साक़ी ।
छलके गुलाबी छलके गुलाबी,
तक़दीर दिल की ख़ाना-ख़राबी ।
जब तक है जीना खुश हो के जी लें,
जब तक है पीना जी भर के पी लें,
हसरत ना कोई रह जाए बाकी ।
कल सुबह के दामन में,
तुम होंगे ना हम होंगे,
बस रेत के सीने पर कुछ नख़्श-ए-क़दम होंगे ।
बस रात भर के मेहमान हम हैं,
ज़ुल्फ़ों में शब के थोड़े से कम हैं,
बाक़ी रहेगा सागर ना साक़ी ।
- Chitra Singh.
- Ali Sardar Zafri.