Manzilein Kya Hai Raasta Kya Hai Hausla Ho To Faasila.
मंज़िलें क्या है रास्ता क्या है,
हौसला हो तो फ़ासला क्या है ।
वो सज़ा दे के दूर जा बैठा,
किससे पूछूँ मेरी ख़ता क्या है ।
जब भी चाहेगा छिन लेगा वो,
सब उसी का है आपका क्या है ।
तुम हमारे क़रीब बैठे हो,
अब दवा कैसी अब दुआ क्या है ।
चाँदनी आज किसलिए नम है,
चाँद की आँख में चुभा क्या है ।
हौसला हो तो फ़ासला क्या है ।
वो सज़ा दे के दूर जा बैठा,
किससे पूछूँ मेरी ख़ता क्या है ।
जब भी चाहेगा छिन लेगा वो,
सब उसी का है आपका क्या है ।
तुम हमारे क़रीब बैठे हो,
अब दवा कैसी अब दुआ क्या है ।
चाँदनी आज किसलिए नम है,
चाँद की आँख में चुभा क्या है ।
- Aalok Shrivastav.
- Jagjit Singh.