Inteha Aaj Ishq Ki Kar Di Aapke Naam Zindagi Kar Di.
इन्तेहा आज इश्क़ की कर दी,
आप के नाम ज़िन्दगी कर दी ।
था अँधेरा गरीब-ख़ाने में,
आपने आ के रोशनी कर दी ।
देने वाले ने उनको हुस्न दिया,
और अता मुझको आशिक़ी कर दी ।
तुमने ज़ुल्फ़ों को रुख़ पे बिख़रा कर,
शाम रंगीन और भी कर दी ।
आप के नाम ज़िन्दगी कर दी ।
था अँधेरा गरीब-ख़ाने में,
आपने आ के रोशनी कर दी ।
देने वाले ने उनको हुस्न दिया,
और अता मुझको आशिक़ी कर दी ।
तुमने ज़ुल्फ़ों को रुख़ पे बिख़रा कर,
शाम रंगीन और भी कर दी ।
- Payaam Saeedi.
- Jagjit Singh.