Koi Paas Aaya Sawere Sawere Mujhe Aazmaaya.
कोई पास आया सवेरे सवेरे,
मुझे आज़माया सवेरे सवेरे ।
मेरी दास्तां को ज़रा सा बदल कर,
मुझे ही सुनाया सवेरे सवेरे ।
जो कहता था कल शब संभलना संभलना,
वही लड़खड़ाया सवेरे सवेरे ।
कटी रात सारी मेरी मयक़दे में,
ख़ुदा याद आया सवेरे सवेरे ।
मुझे आज़माया सवेरे सवेरे ।
मेरी दास्तां को ज़रा सा बदल कर,
मुझे ही सुनाया सवेरे सवेरे ।
जो कहता था कल शब संभलना संभलना,
वही लड़खड़ाया सवेरे सवेरे ।
कटी रात सारी मेरी मयक़दे में,
ख़ुदा याद आया सवेरे सवेरे ।
- Saeed Rahi.
- Jagjit Singh.