Sunli Jo Khuda Ne Wo Dua Tum To Nahi Ho. / सुन ली जो ख़ुदा ने वो दुआ तुम तो नहीं हो,
सुन ली जो ख़ुदा ने वो दुआ तुम तो नहीं हो,
दरवाज़े पे दस्तक की सदा तुम तो नहीं हो ।
महसूस किया तुम को तो गीली हुई पलकें,
बदले हुए मौसम की अदा तुम तो नहीं हो ।
अंजानी सी राहों में नहीं कोई भी मेरा,
किस ने मुझे यूँ अपना कहा तुम तो नहीं हो ।
दुनिया को बहरहाल गिले शिकवे रहेंगे,
दुनिया की तरह मुझसे खफ़ा तुम तो नहीं हो ।
दरवाज़े पे दस्तक की सदा तुम तो नहीं हो ।
महसूस किया तुम को तो गीली हुई पलकें,
बदले हुए मौसम की अदा तुम तो नहीं हो ।
अंजानी सी राहों में नहीं कोई भी मेरा,
किस ने मुझे यूँ अपना कहा तुम तो नहीं हो ।
दुनिया को बहरहाल गिले शिकवे रहेंगे,
दुनिया की तरह मुझसे खफ़ा तुम तो नहीं हो ।
- Bashir Badr.
- Jagjit Singh.