Mujhe Hosh Nahin Kitni Pee Kaise Kati Raat.

कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं,
रात के साथ गयी बात मुझे होश नहीं ।

मुझको ये भी नहीं मालूम की जाना है कहाँ,
थाम ले कोई मेरा हाथ मुझे होश नहीं ।

जाने क्या टूटा है पैमाना की दिल है मेरा,
बिखरे बिखरे हैं ख़यालात मुझे होश नहीं ।

आँसूओं और शराबो में गुज़र है अब तो,
मैंने कब देखी थी बरसात मुझे होश नहीं ।
  • Rahat Indori.
  • Jagjit Singh.