Khush Rahe Ya Bahut Udaas Rahe Zindagi Tere Aas Paas.
खुश रहे या बहुत उदास रहे,
ज़िन्दगी तेरे आस-पास रहे ।
आज हम सब के साथ खूब हँसे,
और फिर देर तक उदास रहे ।
रात के रास्ते भी रोशन हो,
हाथ में चाँद का गिलास रहे ।
आदमी के लिये जरूरी है,
कोई उम्मीद कोई आस रहे ।
ज़िन्दगी तेरे आस-पास रहे ।
आज हम सब के साथ खूब हँसे,
और फिर देर तक उदास रहे ।
रात के रास्ते भी रोशन हो,
हाथ में चाँद का गिलास रहे ।
आदमी के लिये जरूरी है,
कोई उम्मीद कोई आस रहे ।
- Bashir Badr.
- Jagjit Singh.