Hoshwalon Ko Khabar Kya Bekhudi Kya Cheez Hai.
होशवालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है,
इश्क़ किजे फिर समझीये ज़िन्दगी क्या चीज़ है ।
उनसे नज़रे क्या मिली रोशन फ़िज़ाऐं हो गई,
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है ।
बिख़री ज़ुल्फ़ों ने सिखाई मौसमों को शायरी,
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज़ है ।
हम लबों से कह ना पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी,
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है ।
इश्क़ किजे फिर समझीये ज़िन्दगी क्या चीज़ है ।
उनसे नज़रे क्या मिली रोशन फ़िज़ाऐं हो गई,
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है ।
बिख़री ज़ुल्फ़ों ने सिखाई मौसमों को शायरी,
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज़ है ।
हम लबों से कह ना पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी,
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है ।
- Nida Fazli.
- Jagjit Singh.