Badi Nazuk Hai Ye Manzil Mohabbat Ka Safar Hai.
बड़ी नाज़ुक है ये मन्ज़िल मोहब्बत का सफ़र है,
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल मोहब्बत का सफ़र है ।
कोई सुनले ना ये किस्सा बहुत ड़र लगता है,
मगर ड़रने से क्या हासिल मोहब्बत का सफ़र है ।
बताना भी नहीं आसान छुपाना भी कठीन है,
ख़ुदाया किस कदर मुश्क़िल मोहब्बत का सफ़र है ।
उजाले दिल के फैले हैं चले आओ ना जानम,
बहुत ही प्यार के क़ाबिल मोहब्बत का सफ़र है ।
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल मोहब्बत का सफ़र है ।
कोई सुनले ना ये किस्सा बहुत ड़र लगता है,
मगर ड़रने से क्या हासिल मोहब्बत का सफ़र है ।
बताना भी नहीं आसान छुपाना भी कठीन है,
ख़ुदाया किस कदर मुश्क़िल मोहब्बत का सफ़र है ।
उजाले दिल के फैले हैं चले आओ ना जानम,
बहुत ही प्यार के क़ाबिल मोहब्बत का सफ़र है ।
- Jagjit Singh.