Sheikh Jii Thodi Si Pikar Aaieye Mai Hai Kya Shai Phir.
शेख़ जी थोड़ी सी पीकर आईये,
मय है क्या शै फिर हमें बतलाईये ।
आप क्यूँ हैं सारी दुनिया से जुदा,
आप भी दुश्मन मेरे बन जाईये ।
क्या है अच्छा क्या बुरा बंदा-नवाज़,
आप समझें तो हमें समझाईये ।
जाने दीजे अक़्ल की बातें जनाब,
दिल की सुनीये और पीते जाईये ।
उलझने दुनिया की सुलझालेंगे हम,
आप अपनी ज़ुल्फ़ तो सुलझाईये ।
मय है क्या शै फिर हमें बतलाईये ।
आप क्यूँ हैं सारी दुनिया से जुदा,
आप भी दुश्मन मेरे बन जाईये ।
क्या है अच्छा क्या बुरा बंदा-नवाज़,
आप समझें तो हमें समझाईये ।
जाने दीजे अक़्ल की बातें जनाब,
दिल की सुनीये और पीते जाईये ।
उलझने दुनिया की सुलझालेंगे हम,
आप अपनी ज़ुल्फ़ तो सुलझाईये ।
- Sudarshan Faakir.
- Jagjit Singh.