Sacchi Baat Kahi Thi Maine Logo Ne Sooli Pe Chadhaya.
सच्ची बात कही थी मैंने,
लोगों ने सुली पे चढाया,
मुझको ज़हर का जाम पिलाया,
फिर भी उनको चैन ना आया,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
ले के जहाँ भी वक़्त गया है,
ज़ुल्म मिला है ज़ुल्म सहा है,
सच का ये ईनाम मिला है,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
सब से बेहत्तर कभी ना बनना,
जग के रहबर कभी ना बनना,
पीर पयम्बर कभी ना बनना,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
चुप रहकर ही वक़त गुज़ारो,
सच कहने पे जान मत वारो,
कुछ तो सिखो मुझसे यारो,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
लोगों ने सुली पे चढाया,
मुझको ज़हर का जाम पिलाया,
फिर भी उनको चैन ना आया,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
ले के जहाँ भी वक़्त गया है,
ज़ुल्म मिला है ज़ुल्म सहा है,
सच का ये ईनाम मिला है,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
सब से बेहत्तर कभी ना बनना,
जग के रहबर कभी ना बनना,
पीर पयम्बर कभी ना बनना,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
चुप रहकर ही वक़त गुज़ारो,
सच कहने पे जान मत वारो,
कुछ तो सिखो मुझसे यारो,
सच्ची बात कही थी मैंने ।
- Sabir Dutt.
- Jagjit Singh.