Mere Jaise Ban Jaoge Jab Ishq Tumhein Ho Jayega.
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा,
दीवारों से टकराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
हर बात गवारा कर लोगे मन्नत भी उतारा कर लोगे,
ताबीज़ें भी बंधवाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
तन्हाई के झूले झूलोगे हर बात पुरानी भूलोगे,
आईने से घबराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
जब सूरज भी खो जाएगा और चाँद कहीं सो जाएगा,
तुम भी घर देर से आओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
बेचैनी जब बढ़ जाएगी और याद किसी की आएगी,
तुम मेरी ग़ज़लें गाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
दीवारों से टकराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
हर बात गवारा कर लोगे मन्नत भी उतारा कर लोगे,
ताबीज़ें भी बंधवाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
तन्हाई के झूले झूलोगे हर बात पुरानी भूलोगे,
आईने से घबराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
जब सूरज भी खो जाएगा और चाँद कहीं सो जाएगा,
तुम भी घर देर से आओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
बेचैनी जब बढ़ जाएगी और याद किसी की आएगी,
तुम मेरी ग़ज़लें गाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा ।
- Saeed Rahi.
- Chitra - Jagjit Singh.