Fasila To Hai Magar Koi Fasila Nahin Mujhse Tu Khafa Sahi.
फ़ासला तो है मगर कोई फ़ासला नहीं
मुझसे तुम जुदा सही दिल से तो जुदा नहीं
आस्माँ की फ़िक्र क्या, आस्माँ ख़फा सही,
आप ये बताईये आप तो ख़फा नहीं ।
कश्तीयाँ नहीं तो क्या, हौसले तो पास हैं,
कह दो ना ख़ुदाओं से, तुम कोई ख़ुदा नहीं ।
लीजीये बुला लिया, आपको ख़याल में,
अब तो देखिये हमें कोई देखता नहीं ।
आईये चिराग़-ए-दिल, आज ही जलायें हम,
कैसी कल हवा चले, कोई जानता नहीं ।
मुझसे तुम जुदा सही दिल से तो जुदा नहीं
आस्माँ की फ़िक्र क्या, आस्माँ ख़फा सही,
आप ये बताईये आप तो ख़फा नहीं ।
कश्तीयाँ नहीं तो क्या, हौसले तो पास हैं,
कह दो ना ख़ुदाओं से, तुम कोई ख़ुदा नहीं ।
लीजीये बुला लिया, आपको ख़याल में,
अब तो देखिये हमें कोई देखता नहीं ।
आईये चिराग़-ए-दिल, आज ही जलायें हम,
कैसी कल हवा चले, कोई जानता नहीं ।
- Shamim Karhani.
- Chitra - Jagjit Singh.