Lab Pe Aati Hai Dua Banke Tamanna Meri Zindagi Shama.

लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी,
ज़िन्दगी शम्मा की सूरत हो ख़ुदा या मेरी ।

हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीन्नत,
जिस तरह फुल से होती है चमन की ज़ीन्नत ।

ज़िन्दगी हो मेरी परवाने की सुरत या रब,
इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब ।

हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना,
दर्द मंदो से ज़ईफ़ो से मोहब्बत करना ।

मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको,
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको ।
  • Dr. Iqbal.