Kehta Hai Baabul O Meri Bitiyaa Tu To Hai Mere.
कहता है बाबुल, ओ मेरी बिटिया,
तू तो है मेरे, जिगर की चिठिया ।
कहता है बाबुल, ओ मेरी बिटिया,
तू तो है मेरे, जिगर की चिठिया ।
ड़ाकिया कोई जब आएगा,
तुझको चुरा के ले जाएगा ।
कटेगा कैसे लम्हा, तेरे बिना बता,
जीयूँगा कैसे तन्हा, तेरे बिना बता ।
तू सुहागन रहे, संग साजन रहे रात दिन,
इस खुशी के लिये, हर सितम मैं उठा लूंगा ।
तेरे जाने का ग़म, मुझको होगा मगर लाड़ली,
ले के इस दर्द को, मैं सदा मुस्कुराऊंगा ।
बाबुल तो दिल से दे रहा दुआ यही,
खुशी के साये में हो ज़िन्दगी तेरी ।
वक़्त के साथ ज़ख्म ये भर जाएगा,
पल गुज़र जायेगा तु मेरी बात मान ले ।
यादों के आसरे उम्र कटती नहीं,
है हक़ीक़त यही, अब तू जान ले ।
समंदरों का पानी कोई न पी सका,
अकेला खारा जीवन कोई न जी सका ।
तू तो है मेरे, जिगर की चिठिया ।
कहता है बाबुल, ओ मेरी बिटिया,
तू तो है मेरे, जिगर की चिठिया ।
ड़ाकिया कोई जब आएगा,
तुझको चुरा के ले जाएगा ।
कटेगा कैसे लम्हा, तेरे बिना बता,
जीयूँगा कैसे तन्हा, तेरे बिना बता ।
तू सुहागन रहे, संग साजन रहे रात दिन,
इस खुशी के लिये, हर सितम मैं उठा लूंगा ।
तेरे जाने का ग़म, मुझको होगा मगर लाड़ली,
ले के इस दर्द को, मैं सदा मुस्कुराऊंगा ।
बाबुल तो दिल से दे रहा दुआ यही,
खुशी के साये में हो ज़िन्दगी तेरी ।
वक़्त के साथ ज़ख्म ये भर जाएगा,
पल गुज़र जायेगा तु मेरी बात मान ले ।
यादों के आसरे उम्र कटती नहीं,
है हक़ीक़त यही, अब तू जान ले ।
समंदरों का पानी कोई न पी सका,
अकेला खारा जीवन कोई न जी सका ।
- Jagjit Singh.