Ab To Ghabra Ke Ye Kehte Hain Ke Mar Jaayenge. / अब तो घबराके ये कहते हैं के मर जायेंगे,
अब तो घबराके ये कहते हैं के मर जायेंगे,
मर के भी चैन ना पाया तो किधर जायेंगे ।
लाये जो मस्त हैं तुर्बत पे गुलाबी आँखें,
और अगर कुछ नहीं, दो फूल तो धर जायेंगे ।
हम नहीं वो जो करें ख़ून का दावा तुझ पर,
बल्क़ि पूछेगा ख़ुदा भी तो मुकर जायेंगे ।
मर के भी चैन ना पाया तो किधर जायेंगे ।
लाये जो मस्त हैं तुर्बत पे गुलाबी आँखें,
और अगर कुछ नहीं, दो फूल तो धर जायेंगे ।
हम नहीं वो जो करें ख़ून का दावा तुझ पर,
बल्क़ि पूछेगा ख़ुदा भी तो मुकर जायेंगे ।
- Jagjit Singh.
- Ibrahim Zauq.