Tere Barey Mein Jab Socha Nahin Tha Main Tanha Tha.
तेरे बारे में जब सोचा नहीं था,
मैं तन्हा था मगर इतना नहीं था ।
तेरी तस्वीर से करता था बातें,
मेरे कमरे में आईना नहीं था ।
समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा,
मैं जब सहरा में था प्यासा नहीं था ।
मनाने रूठने के खेल में हम,
बिछड़ जायेंगे ये सोचा नहीं था ।
सुना है बन्द कर ली आँखें उसने,
कई रातों से वो सोया नहीं था ।
मैं तन्हा था मगर इतना नहीं था ।
तेरी तस्वीर से करता था बातें,
मेरे कमरे में आईना नहीं था ।
समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा,
मैं जब सहरा में था प्यासा नहीं था ।
मनाने रूठने के खेल में हम,
बिछड़ जायेंगे ये सोचा नहीं था ।
सुना है बन्द कर ली आँखें उसने,
कई रातों से वो सोया नहीं था ।
- Meraaz.
- Jagjit Singh.