Aap Aaye Janab Barson Mein Humne Pee Hai Sharab.
आप आए जनाब बरसो में,
हमने पी है शराब बरसो में ।
फिर से दिल की कली खिली अपनी,
फिर से देखा शबाब बरसो में ।
तुम कहाँ थे कहाँ रहे साहिब,
आज होगा हिसाब बरसो में ।
पहले नादाँ थे अब हुए दाना,
उनको आया अदाब बरसो में ।
इसी उम्मीद पे मैं ज़िन्दा हूँ,
क्या वो देंगे जवाब बरसो में ।
हमने पी है शराब बरसो में ।
फिर से दिल की कली खिली अपनी,
फिर से देखा शबाब बरसो में ।
तुम कहाँ थे कहाँ रहे साहिब,
आज होगा हिसाब बरसो में ।
पहले नादाँ थे अब हुए दाना,
उनको आया अदाब बरसो में ।
इसी उम्मीद पे मैं ज़िन्दा हूँ,
क्या वो देंगे जवाब बरसो में ।
- Rustam Sehgal 'Wafa'.
- Jagjit Singh.