Na Shivale Na Kalisa na Haram Jhoothe Hain Bus Yahi.
ना शिवाले ना क़लीसा ना हरम झूठे हैं,
बस यही सच है के तुम झूठे हो हम झूठे हैं ।
हमने देखा ही नहीं बोलते उनको अब तक,
कौन कहता है के पत्थर के सनम झूठे हैं ।
उनसे मिलीये तो खुशी होती है उनसे मिलकर,
शहर के दूसरे लोगों से जो कम झूठे हैं ।
कुछ तो है बात जो तहरीरों में तासीर नहीं,
झूठे फ़नकार नहीं है तो कलम झूठे हैं ।
बस यही सच है के तुम झूठे हो हम झूठे हैं ।
हमने देखा ही नहीं बोलते उनको अब तक,
कौन कहता है के पत्थर के सनम झूठे हैं ।
उनसे मिलीये तो खुशी होती है उनसे मिलकर,
शहर के दूसरे लोगों से जो कम झूठे हैं ।
कुछ तो है बात जो तहरीरों में तासीर नहीं,
झूठे फ़नकार नहीं है तो कलम झूठे हैं ।
- Ayaz Jhansvi.
- Jagjit Singh.