Jai Raghunandan Jai Siyaram Bhaj Man Pyare.
जय रघुनन्दन, जय सिया राम,
भज मन प्यारे, जय सिया राम ।
आदि राम अनंत है राम,
सत चित और आनंद है राम ।
हनुमान के स्वामी राम,
दीनन के दुःख हारी राम ।
मर्यादा पुर्शोतम राम,
पुरान ब्रम्ह सनातन राम ।
तुलसी सुत तुलसी के राम,
करुना कर भक्तो के राम ।
जय सिया राम, जय जय सिया राम,
जय सिया राम, जय जय सिया राम ।
भज मन प्यारे, जय सिया राम ।
आदि राम अनंत है राम,
सत चित और आनंद है राम ।
हनुमान के स्वामी राम,
दीनन के दुःख हारी राम ।
मर्यादा पुर्शोतम राम,
पुरान ब्रम्ह सनातन राम ।
तुलसी सुत तुलसी के राम,
करुना कर भक्तो के राम ।
जय सिया राम, जय जय सिया राम,
जय सिया राम, जय जय सिया राम ।
- Jagjit Singh.