Tareef Us Khuda Kii Jisne Jahan Banaya Kaisi Zameen.
तारीफ़ उस खुदा की जिसने जहाँ बनाया,
कैसी ज़मीं बनायी क्या आसमाँ बनाया ।
मिट्टी से बेल फूटे क्या ख़ुशनुमा उग आये,
पहना के सब्ज़ खिल्लत उनको जवाँ बनाया ।
सूरज से हमने पाई गर्मी भी रोशनी भी,
क्या खूब चश्मा तूने ऐ मेहरबाँ बनाया ।
हर चीज़ से है उसकी क़ारीगरी टपकती,
ये कारख़ाना तूने कब रायबाँ बनाया ।
कैसी ज़मीं बनायी क्या आसमाँ बनाया ।
मिट्टी से बेल फूटे क्या ख़ुशनुमा उग आये,
पहना के सब्ज़ खिल्लत उनको जवाँ बनाया ।
सूरज से हमने पाई गर्मी भी रोशनी भी,
क्या खूब चश्मा तूने ऐ मेहरबाँ बनाया ।
हर चीज़ से है उसकी क़ारीगरी टपकती,
ये कारख़ाना तूने कब रायबाँ बनाया ।
- Chitra - Jagjit Singh.