Seene Mein Sulagte Hain Armaan Aankhon Mein Udaasi.
सीने में सुलगते हैं अरमान, आँखों में उदासी छायी है,
ये आज तेरी दुनिया से हमें, तक़दीर कहाँ ले आई है ।
कुछ आँख में आँसू बाकी हैं, जो मेरे ग़म के साथी हैं,
अब दिल है ना दिल के अरमान, बस मैं हूँ मेरी तन्हाई है ।
ना तुझसे गिला है कोई हमको, ना कोई शिकायत दुनिया से,
दो चार कदम जब मंज़िल थी, किस्मत ने ठोकर खाई है ।
एक ऐसी आग लगी मन में, जीने भी ना दे मरने भी ना दे,
चुप हूँ तो कलेजा जलता है, बोलूँ तो तेरी रूसवाई है ।
ये आज तेरी दुनिया से हमें, तक़दीर कहाँ ले आई है ।
कुछ आँख में आँसू बाकी हैं, जो मेरे ग़म के साथी हैं,
अब दिल है ना दिल के अरमान, बस मैं हूँ मेरी तन्हाई है ।
ना तुझसे गिला है कोई हमको, ना कोई शिकायत दुनिया से,
दो चार कदम जब मंज़िल थी, किस्मत ने ठोकर खाई है ।
एक ऐसी आग लगी मन में, जीने भी ना दे मरने भी ना दे,
चुप हूँ तो कलेजा जलता है, बोलूँ तो तेरी रूसवाई है ।
- Jagjit Singh.